HIRA NANDANI MEADOWS THANE
HIRA NANDANI MEADOWS THANE KI YE BUTTERCUP BUILDING HAI IS BUILDING KE FLAT NUMBER 2602 KI WIRING AUR LIGHTING HAMARE TEAM KE PRADEEP BHAI AJAY YADAV PRASHANT VISHWAKARMA AUR NASIRUDDIN KHAN NE KIYA HAI......
Wiring for new constructed home/office/commercial space Home Renovation electrical work Fixing of Faulty wiring Replacement of damaged switches (main control board, power points) Electrical Geyser Repair Installation of switchboards Fixing of lighting (fancy lights, sockets, holders, tube lights) Tripping issues Repairing of outlets/fuses Fitting/installation or uninstallation of inverters Installation of LED/LCD TV systems/Home theatre Others
HIRA NANDANI MEADOWS THANE
HIRA NANDANI MEADOWS THANE KI YE BUTTERCUP BUILDING HAI IS BUILDING KE FLAT NUMBER 2602 KI WIRING AUR LIGHTING HAMARE TEAM KE PRADEEP BHAI AJAY YADAV PRASHANT VISHWAKARMA AUR NASIRUDDIN KHAN NE KIYA HAI......
CAKE POINT SHASTRI NAGAR THANE
Shop No. 10 Aasawari Bulding, Pokhran Road No. 1, Shastri Nagar Thane (W)-400606
Is Shop Ki Wiring Ligting Aur CCTV Camera Hamare Team Ke Prashant Vishwakarma Ajay Yadav Pankaj Nishad Rajkumar Yadav Nasiruddin Khan Aur Kuch An Logon Ne Milkar Lagbhag 15 Din Me Mukammal kiya Hai.....
THINQ PHARMA.CRO Limited
A.30 Road No. 10 M.I.D.C Wagle Estate Thane
Is Pharma Compny Ke Laib Ki Wiring Aur Ligting Hamare Team Ke Prashant Vishwakarma Ajay Yadav Pankaj Nishad Rajkumar Yadav Nasiruddin Khan Aur Kuch An Logon Ne Milkar Lagbhag 1Mahine Ka Samai Bitakar Aaj 22/04/2024 Ko Mukammal kiya.....
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SUBHEDAR WADA HIGH SCHOOL KALYAN THANE
Is School Ki Wiring Aur Lighting Ka Kam Hamari Team Ne Kiya Hai Jis Me Prashant Vishwakarma Nasiruddin Khan Raj Kumar Yadav Pankaj Nishad Ajay Yadav Irfan Malik Sagar Sutar Mukesh Chauhan Vinay Vishwakarma Shamil The
HEMANT BHAI MAHIM RETI BANDAR Inke Ghar Ki Lighting Aur Wiring Wa Camera Ka Kam Nasiruddin Khan Aur Rajkumar Yadav Ne31 /10/2023 Ko Shuru Kiye The25/11/2023 Ko Mukammal Kiya....
Question 1- सर्किट ब्रेकर क्या हे ?
Answer 1–सर्किट ब्रेकर एक मिकेनिकल डिवायस हे। जो इलेक्ट्रिकल सर्किट को सामान्य और असामान्य स्थिति में क्लोज और ओपन करता हे। इसे मैकेनिकल और इलेक्ट्रिकली दोनों तरह से ऑपरेट किया जाता है।
Question 2-सर्किट ब्रेकर के प्रकार कोनसे हे ?
Answer 2-
1 – एयर सर्किट ब्रेकर (ACB)
2 – आयल सर्किट ब्रेकर (OCB)
3 – वैक्यूम सर्किट ब्रेकर (VCB)
4 – एयर ब्लास्ट सर्किट ब्रेकर (ABCB)
5 – SF6 सर्किट ब्रेकर
Answer 3 – एयर सर्किट ब्रेकर लॉ वोल्टेज के लिए उपयोग किया जाता हे। असामान्य स्थिति मे या मेक एंड ब्रेक के समय में उत्पन्न होती हे। उत्पन्न होने वाली इलेक्ट्रिक आर्क नार्मल एयर से आर्क च्युत की मदद से बुझाई जाती हे।
ब्रेकर के साथ प्रोटेक्शन रिले होती हे जो फॉल्ट के समय में इलेक्ट्रिक सर्किट को सप्लाई से अलग कर देता हे। इसका उपयोग PCC पैनल में पावर डिस्ट्रीब्यूशन के लिये होता हे।
Question 4 – स्विच और सर्किट ब्रेकर में क्या अंतर हे ?
Answer 5 –स्विच एक ऐसा उपकरण हे जो सिर्फ सामान्य स्थिति में सर्किट को ओपन और क्लोज करता हे। सर्किट ब्रेकर सामान्य और असामान्य दोनों स्थिति में ऑपरेट होता हे। फाल्ट के समय में हाई करंट को सस्टेन कर सकता हे। सर्किट ब्रेकर को कंट्रोल पैनल से भी ऑपरेट किया जा सकता हे।
Question 5- सर्किट ब्रेकर में मेकिंग कैपेसिटी का अर्थ क्या हे ?
Answer 5- सर्किट ब्रेकर जब क्लोज होता हे तब सबसे पहले करंट की जो किक होती हे उस वैल्यू को ब्रेकर की मेकिंग कैपेसिटी कहा जाता हे। शार्ट सर्किट के दौरान पास होने वाला करंट के तोर पे माना जाता हे। इसकी वैल्यू KA में होती हे।
Question 6- वैक्यूम सर्किट ब्रेकर कैसे काम करता हे ?
Answer 6– वैक्यूम सर्किट ब्रेकर 6.6kv से 33 kv तक मीडियम वोल्टेज के लिए इस्तेमाल किया जाता हे। इसमें इलेक्ट्रिक आर्क को बुझाने के लिये वैक्यूम का उपयोग होता हे।
वैक्यूम में ऑक्सीज़न नहीं होता इसीलिए स्पार्क जनरेट नहीं होता। इसमें वैक्यूम का प्रेशर 10-6 टोर होता हे। प्रोटक्टिव रिले कंट्रोल पैनल पे लगाया जाता हे। जो असामान्य स्थिति में सर्किट को सुरक्षा प्रदान करता हे।
Answer 7- सर्किट ब्रेकर में ब्रेकिंग कैपेसिटी KA में होती हे। फाल्ट के समय में ब्रेकर की करंट सस्टेन करने की क्षमता को ब्रेकिंग कैपेसिटी कहते हे। जिसे मैक्सिमम rms वैल्यू भी कहा जाता हे।
Question 8- VCB के कांटेक्ट में कोनसी धातु का इस्तेमाल होता हे ?
Answer 8- VCB के कांटेक्ट में सिल्वर लीड, सिल्वर विस्मुट,कॉपर लीड,कॉपर तेल्लुरीयम, धातु का उपयोग होता हे। कांटेक्ट के ऊपर सिल्वर लीड और सिल्वर तेल्लुरीयम का पड होता हे।
Question 9- SF6 सर्किट ब्रेकर कैसे काम करता हे।
Answer 9- EHV – 33 kv से 760 kv की सप्लाई लाइन में उपयोग होता हे। मेक एंड ब्रेक में होने वाले इलेक्ट्रिक आर्क को SF6 (सल्फर हेकशा फ्लोराइड) गैस से बुझाया जाता हे। नार्मल स्थिति में SF6 का प्रेशर 6.2 kg/cm 2 होता हे।
ऑपरेशन के समय में ये प्रेशर 14 से 17 kg/cm 2 होता हे। ये इंडोर और आउट डोर दोनों टाइप में होते हे। प्रोटेक्शन रिले कंट्रोल पैनल पे लगाया जाता हे जो इलेक्ट्रिक सर्किट को सुरक्षा प्रदान करता हे।
Question 10 – AC सर्किट ब्रेकर D.C सप्लाई के लिये उपयुक्त हे ?
Answer 10- आमतौर पे AC सर्किट ब्रेकर DC सप्लाई के लिए उपयुक्त नहीं हे। क्युकी अल्टेरनेटिंग वेव में जब जीरो होता हे उस वक्त आसानी से इलेक्ट्रिक आर्क बुझाई जाती हे। जहा DC में वेव का अस्तित्व ही नहीं हे इसीलिए, करंट की वैल्यू जीरो नहीं होती।
Answer 11- ABCB मीडियम और हाई वोल्टेज (22kv से 220kv )के लिए उपयोग किया जाता हे। इस ब्रेकर में मेक एंड ब्रेक के समय में उत्पन्न होने वाले आर्क को एयर के ब्लास्ट से बुझाया जाता हे।
इसमें एयर को कॉम्प्रेस करके टैंक में स्टोरेज किया जाता हे। और नोज़ल के द्वारा बहुत स्पीड से स्पार्क बुझाने में उपयोग किया जाता हे। किसी भी असामान्य स्थिति में सुरक्षा के लिये प्रोटेक्टिव रिले होती हे। जो सर्किट को प्रोटेक्ट करती हे।
Answer 12 –
1 – हमारा Constant लोड कितना एम्पेयर रहने वाला हे। उससे 25 % ज्यादा कैपेसिटी का ब्रेकर होना चाहिये।
2 – कितने पोल का ब्रेकर की जरुरत हे ये त्यय करना पड़ेगा। इसमें 3P और 4P होते हे।
3 – ब्रेकर की वोल्टेज कैपेसिटी त्यय होने चाहिये।
4 – Interrupting कैपेसिटी का जो mva और ka में हे वो decide करना चाहिये।
5 – सप्लाई frequency और ब्रेकर की मेकिंग कैपेसिटी के साथ ही ऑफर के लिए आगे बढ़ना चाहिये।
Question 13 – HT लाइन में लाइन वोल्टेज की तुलना में ब्रेकर वोल्टेज कितना होता हे ?
Answer 13 – HT लाइन में 6.6 kv के लिये 7.2 kv का ब्रेकर चयन करते हे। 11 kv के लिये 12 होता हे। 33 kv के लिये 36 kv रहता हे। 66 kv के लीये 72 kv और 132 kv के लिये 145 kv का ब्रेकर का इस्तेमाल होता हे। निश्चित रूप से ब्रेकर की कैपेसिटी जो लाइन वोल्टेज हे उससे अधिक ही होगी।
Question 14- सर्किट ब्रेकर के अलग-अलग का नाम कैसे दिए जाते हे।
Answer 14 – सर्किट ब्रेकर का काम मेक एंड ब्रेक के समय में होने वाले इलेक्ट्रिक आर्क को बुझाने का हे। इस इलेक्ट्रिक आर्क को बुझाने के लिये जो मीडिया का उपयोग होता हे इसके आधार पे उसका नाम याने प्रकार त्यय होता हे।
उदाहरण के तोर पे .. .. वैक्यूम सर्किट ब्रेकर में आर्क बुझाने के लिये वैक्यूम का इस्तेमाल होता हे। और आयल सर्किट ब्रेकर में आयल का उपयोग होता हे।
Answer 15-
Air Circuit Breaker | Vaccume Circuit Breaker |
लॉ वोल्टेज ( 450 V ) तक ही इस्तेमाल होता हे। | मीडियम वोल्टेज (6.6 kv से 33 kv ) इस्तेमाल होता हे। |
ACB में आर्क बुझाने का मीडियम एयर हे। | VCB में आर्क बुझाने का मीडियम वैक्यूम हे। |
नार्मल एयर प्रेशर से आर्क बुझाया जाताहै। | वैक्यूम का प्रेशर 10 -6 टोर होता हे। |
ACB में नियमित मेंटेनेंस करना पड़ता हे। | VCB में मैंटेनैंस ACB की तुलना कम होता हे। |
आर्क बुझाने के लिये आर्क च्युत होता हे। | आर्क बुझाने के लिये आर्क च्युत नहीं होते। |
ACB में प्रोटेक्शन रिले ब्रेकर में ही लगा होता हे। | VCB में प्रोटेक्शन रिले अलग लगाना पड़ता हे। |
Question 16- आयल सर्किट ब्रेकर कैसे काम हे ?
Answer 16 – आयल सर्किट ब्रेकर मीडियम वोल्टेज के लिये इस्तेमाल होता हे। इस ब्रेकर में फॉल्ट के समय में या ओपरेशन के समय उत्पन्न होने वाला इलेक्ट्रिक आर्क को आयल से बुझाया जाता हे। ब्रेकर के कांटेक्ट आयल में दुबे होते हे। इसमें आयल के दो मुख्य काम होते हे।
एक कांटेक्ट के बिच में इंसुलेटर की तरह काम करता हे। दूसरा जब स्पार्क होता हे तब उत्पन्न होने वाली हीट को जल्दी ठंडा कर देता हे। दूसरे शब्दों में कहे तो कूलिंग का काम भी करता हे। प्रोटेक्शन रिले कंट्रोल पैनल पे लगाई जाती हे। जो सर्किट को प्रोटेक्ट करती हे।
Answer -17
ir – ओवर लोड सेटिंग – ये सेटिंग हमारे कॉन्स्टन्ट चलने वाले लोड के आधार पे सेट किया जाता हे। वैसे अधिकतम ब्रेकर की कैपेसिटी का 90% तक सेट करना ठीक माना जाता हे।
isd – शार्ट सर्किट – शार्ट सर्किट का सेटिंग ओवर लोड सेटिंग के आधार पे की जाती हे। जीतनी सेटिंग ओवर लोड की करते हे उससे चार गुना ज्यादा किया जाता हे। दूसरे शब्दों में कहे तो यदि ओवर लोड का सेटिंग 1000 एम्पेयर पे हे तो शार्ट सर्किट का सेटिंग 4000 एम्पेयर होता हे।
ig – ग्राउंड फाल्ट – आमतौर पे ब्रेकर की कैपेसिटी के 40 % पे सेट किया जाता हे।
ऊपर के तीनो फ़ॉल्ट( ir,isd,ig ) में सेटिंग के साथ टाइम की भी सेटिंग होती हे।
ii – इंस्टैंशियन करंट – जितना करंट का सेटिंग करेंगे वहा तक करंट पहुचेगा तो तुरंत ही ब्रेकर ट्रिप हो जायेगा। इसमें किसी भी तरह का टाइम सेटिंग नहीं हे।
Answer 18 – Anti Pumping कॉन्टैक्टर हरेक ब्रेकर में होता हे। इसका मुख्य काम हे की ब्रेकर को एक बार क्लोजिंग कमांड मिलने के बाद दुबारा क्लोजिंग का कमांड न मिले। इसीलिए,एंटी पम्पिंग कॉन्टैक्टर का इस्तेमाल किया जाता हे।
यदि लाइन में कोई फाल्ट हे तो ब्रेकर क्लोज करते ही ट्रिप हो जायेगा। ऐसी स्थिति में ऑपरेटर पुश बटन प्रेस करके रखता हे तो ब्रेकर को ट्रिप होकर फिर से क्लोजिंग का कमांड मिल जायेगा। और ये रेपिटेड होता हे तो ब्रेकर को नुकशान करता हे। इसीलिए, एंटी पम्पिंग कॉन्टैक्टर लगाते हे।
Answer 19 – MCCB का Full Form – Module Case Circuit Breaker हे। MCCB इंडस्ट्रीज में सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाला सर्किट ब्रेकर हे। 125 Amp. से लेके 800 एम्पेयर के रेटिंग में मिलते हे। और लॉ वोल्टेज में उपयोग किया जाता हे। 120 से 450 वाल्ट तक इस्तेमाल किया जाता हे।
MCCB दो टाइप की उपलब्ध हे जिसमे एक थर्मल बेस प्रोटेक्शन और दूसरा माइक्रोप्रोसेसर बेस प्रोटेक्शन। MCCB में ओवर लोड, शार्ट सर्किट, अर्थ फाल्ट जैसे प्रोटेक्शन रहते हे। जिसको हम अपनी जरुरत के हिसाब से सेटिंग कर सकते हे।
Question 20 – फ्यूज और सर्किट ब्रेकर में क्या अंतर हे ?
Answer 20 –
फ्यूज – फ्यूज में एम्पेयर कैपेसिटी के हिसाब से वायर होता हे। जो ओवर लोड और शार्ट सर्किट होने पे टेम्प्रेचर बढ़ने से पिगल जाता हे। एक बार फ्यूज का एलिमेंट उड़ गया तो उसे फिर से इस्तेमाल नहीं किया जाता। फ्यूज को ही रेप्लसेड किया जाता हे।
सर्किट ब्रेकर – सर्किट ब्रेकर में bimetal strip होती हे। जो ओवेर करंट और शार्ट सर्किट के समय में सर्किट ब्रेक करता हे। इसे रिसेट करके चालू किया जा सकता हे।
T.M.C Hospital Kauasa Mumbra Thane Is Hospital Me 120 mm Cable 400 mt Aur 70 mm Cable 150 mt Hamari Team Ne dalkar 5 Panel fiting kiya Cab...